ट्याग- एक वैताग !

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मेरे "स्टेटस"को "लाईक" कब करेगी तू
मेरे "स्टेटस"पे "कॉमेँट" कब डालेगी तू ,
"ट्याग" "वॉल"पे इस करना कब छोडेगी तू -----
चली जा, तू चली जा ...
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देखके मेरे इस "वॉल"की हालत, 
हो गया मैँ हैरान
"ट्याग"से 
निकल गये मेरे प्राण .....
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तेरे "वॉल"का
आसरा चाहता हूं ,
"ट्याग" कर रहा हूं ,
"लाईक" चाहता हूं ...
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जिन्हे हम "ट्याग"ना चाहे 
वो अक्सर "ब्लॉक" करते हैं -
बुरा "फेसबुक"का ये तडका 
जानकरभी "ट्याग" करते है ....
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जहां " वॉल" "वॉल"पे दिखता होगा ,
"ट्याग" ये जिसका न्यारा ,
"अनफ्रेंड" वो "फ्रेंड" हमारा ...........
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"ट्याग"नेवाले सामने आ ,
"ट्याग" के तू मेरा जी ना जला ,
"कॉमेँट" नहीँ "लाईक"भी नहीँ ,
"अनफ्रेंड" करू या "ब्लॉक" बता.......

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